प्रयागराज के छुपे हुए रहस्यमय और चौंका देने वाले 15 जगहें"

प्रयागराज पहले 'इलाहाबाद' के नाम से जाना जाता था जो 2018 में अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए पुनर्नामित हुआ।

प्रयागराज का त्रिवेणी संगम, यमुना, गंगा, और सरस्वती नदी का मिलन बिंदु है, जो एक पवित्र स्नान स्थल है।

मुग़ल गर्डन: यह बाग प्रयागराज में एक गुफा में स्थित है, जिसमें भगवान राम और सीता के साथ लव-कुश का जन्म हुआ था।

खुसरौ बाग: यह बाग मुग़ल आवास के रूप में बनाया गया था और यहां पर अनगिनत प्रकार की गुलाब फूल होते हैं।

अनंत भवन: यह प्रयागराज का सबसे बड़ा और सबसे ऊंचा महल है, जिसे ब्रिटिश शासकों ने बनवाया था

खुशी महल: यह सुंदर महल रानी लक्ष्मीबाई के आवास के रूप में बनाया गया था 

और अब यह एक सुपरब संग्रहणी म्यूज़ियम है।

मौनी अमावस्या मेला: प्रयागराज में यह अमावस्या मेला हर 12 वर्षों में होता है, 

और इसमें करोड़ों पिलग्रिम्स भाग लेते हैं।